Optional Papers

नमस्ते !! यहा हम सिविल सेवा परीक्षा के वैकल्पिक विषय के बारें में जानकारी और सामान्य बातें हैं वह सब कुछ देखेंगे एक एक करके…

यहाँ तो मैं हर एक वैकल्पिक विषय का कुछ बता नहीं सकता लेकिन एक बात जरुर कहूंगा की वैकल्पिक विषय कुछ लोग; ज्यादा पोपुलर था पिछले साल इसलियें लेते हैं, तो कुछ लोग उसमें पढ़े हैं इसलियें लेते हैं, कुछ लोग दोस्त ने बताया, पप्पा ने बताया, मेरा फ्रेंड पास हुआ इसलियें, इस साल का टॉपर आया इस विषय में इसलियें, ब्ला ब्ला ब्ला.

कुछ लोग बोलते हैं कि जो कॉलेज में पढ़ा है वही विषय लों लेकिन, सब लोग नहीं लेते हैं क्योंकि कुछ इंजीनियर होते हैं उनको उनका विषय या तो अच्छा लगता है या तो बुरा लगता हैं आखीर रातभर अध्ययन करके जो पास हो जातें हैं. मेरा ये मानना नहीं हैं की सबलोग अपने ग्रेजुएशन में ऐसा करते हैं.  कभी कभी इंजीनियर बने हुए लोग उनको जो इंजीनियर की परीक्षा होती हैं उसमें भी काम आता हैं इसलिए लेते हैं और कभी कभी वन सेवा की परीक्षा को देखकर भी ले लेते हैं वैसा ही बहोत सारे विषयोंका होता हैं जो सोच समजकर लेते हैं, और कुछ लोग अपने ग्रेजुएशन का विषय इसलिए नहीं लेते क्योंकि लिस्ट में उस विषय का नाम ही नहीं हैं. आपने देखा होगा कि  वैकल्पिक विषय के लिस्ट में सारे विषय नहीं हैं. अगर कोई बंदा कंपनी में काम कर रहा है अभी सॉफ्टवेयर इंजीनियर हैं तो उसके लिए लिस्ट में कोई विषय नहीं  है इसलिए उसे जबरन कोई ना कोई विषय लेना ही पड़ता है.

 वैकल्पिक विषय को चुना कैसे जाए ?

तो अभी बात करते हैं कि वैकल्पिक विषय को चुना कैसे जाए. इसमें बहुत सारी बातें आती हैं . पहले तो लोग उस विषय का पाठ्यक्रम देखते हैं, बाद में पिछले कुछ वर्षों के प्रश्न पत्र देखते हैं, कुछ लोग बस सिविल सेवा परीक्षा को ही ध्यान में रखकर लेते हैं तो कुछ लोग दूसरी परीक्षाओ का विचार करके लेते हैं. ऐसी बहोत सारी बातें हैं .. ऐसा इसलिए सोचना चाहिए क्योंकि यहा नहीं तो कही और भी इसका उपयोग अगर होता हैं तो अच्छा हैं.

आप हमारी वेबसाइट देखते रहिएगा आपको वैकल्पिक विषय के बारें में बहुत सारी जानकारी मिलेगी. और महत्त्व की बात वैकल्पिक विषय नहीं बल्कि उसमे कितने ज्यादा से ज्यादा गुण लाये जा सकते हैं ये सोचना चाहिए क्योंकि इसमें गड़बड़ हैं क्योंकि जिसको बाकी पेपरों में कम गुण होते हुए भी आईएएस बनते हैं  वों भी इन वैकल्पिक विषयों के आधार पर ये तो विश्लेषण का मुद्दा हैं.

निचे मैं आपको कुछ आकंड़ों का परिचय देता हु वह देखकर आप सोच लीजिये.

मैं यहा उन लोगोंकी बात कर रहा हूं जिन्होंने परीक्षा में लिखा हैं उस विषय के साथ .

मैं यहा टॉप ५-६ विषय बताऊंगा और आगे कभी इसपे विश्लेष्ण करेंगे.

यहा हमारें पास बस २०१३ की ही जानकारी उपलब्ध हैं बाकी जानकारी अभी तक  सार्वजानिक नहीं की गयी हैं.

२०१३ में कितने लोगों ने कौनसे विषय ज्यादा लिए हैं.

भूगोल (3158 लोगों ने लिया था )

लोक प्रशासन(2840 लोगों ने लिया था)

समाजशास्त्र(1647 लोगों ने लिया था)

इतिहास (1303  लोगों ने लिया था)

तत्वज्ञान (736  लोगों ने लिया था)

राजनीतिक विज्ञान एवं अंतरराष्ट्रीय संबंध(651)

तो ये उप्पर के विषय ज्यादा लोग लेते हैं यही मेरा कहना हैं.

जय हिन्द !! वन्दे मातरम्